अच्छी आदतें
मैं जहाँ काम करता हूँ वहां पर आप ये ये उम्मीद कर सकते हैं की यहाँ पर आप सबसे अच्छी आदतों की उम्मीद कर सकते हो पर वास्तव में ऐसा होता नहीं है , यहाँ लोग ऑफिस से और दूसरी जगहों से मिलने के लिए आते हैं और बैठने के लिए चेयर्स लेने के बाद जाते समय उसको वापिस उसकी जग नहीं रखते , सिर्फ एक या दो बन्दे ही ऐसा करते हैं बाकि सब यही सोचते हैं की ये उनका काम नहीं है चेयर्स वापिस रखना तो किसी पियन का काम है .
और जब कभी कोई खाने पीने की चीज़ सर्व होती हैतो तो जूठे कप और प्लेट को डस्ट बिन में फेंकने के लिए भी कहना पड़ता है और इन सबके बावजूद भी आपको इधर उधर रखे हुए जूठे कप , जूठी छोड़ी हुई चाय और खुली छोड़ी हुई वाटर बोतले मिल जायेंगे .
ऐसा नहीं है की कोई पढ़ा लिखा नहीं है , सब पढ़े लिखे हैं और डिग्री होल्डर हैं पर जहाँ तक मेरा मानना है की डिग्री और अच्छी आदतों का आपस में कोई भी सम्बन्ध नहीं है
मैं जहाँ काम करता हूँ वहां पर आप ये ये उम्मीद कर सकते हैं की यहाँ पर आप सबसे अच्छी आदतों की उम्मीद कर सकते हो पर वास्तव में ऐसा होता नहीं है , यहाँ लोग ऑफिस से और दूसरी जगहों से मिलने के लिए आते हैं और बैठने के लिए चेयर्स लेने के बाद जाते समय उसको वापिस उसकी जग नहीं रखते , सिर्फ एक या दो बन्दे ही ऐसा करते हैं बाकि सब यही सोचते हैं की ये उनका काम नहीं है चेयर्स वापिस रखना तो किसी पियन का काम है .
और जब कभी कोई खाने पीने की चीज़ सर्व होती हैतो तो जूठे कप और प्लेट को डस्ट बिन में फेंकने के लिए भी कहना पड़ता है और इन सबके बावजूद भी आपको इधर उधर रखे हुए जूठे कप , जूठी छोड़ी हुई चाय और खुली छोड़ी हुई वाटर बोतले मिल जायेंगे .
ऐसा नहीं है की कोई पढ़ा लिखा नहीं है , सब पढ़े लिखे हैं और डिग्री होल्डर हैं पर जहाँ तक मेरा मानना है की डिग्री और अच्छी आदतों का आपस में कोई भी सम्बन्ध नहीं है







